1 of 10

प्रस्तुति

  • राजेन्द्र सिंह शेखावत
  • प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (हिंदी)
  • के.वि.भा.नौसेना पोत,वालसुरा जामनगर

2 of 10

कैदी और कोकिला

3 of 10

कवि - माखन लाल चतुर्वेदी

  • हिन्दी साहित्याकाश में राष्ट्रीय कवि की गरिमा प्राप्त करने में माखन लाल चतुर्वेदी जी का सर्वोच्च स्थान है। मात्र 16 वर्ष की उम्र में सर्वप्रथम अध्यापक बने तथा बाद में ‘प्रथा’ पत्रिका का सम्पादन कार्य प्रारंभ कर इसी शृंखला में उन्हांनें ‘कर्मवीर’ और ‘प्रताप’ पत्रिका का भी सम्पादन किया।

4 of 10

कथ्य

  • कवि स्वतंत्रता सेनानी हैं। वह देशभक्त एवं अंग्रेजों के विरोधात्मक कविताओं का लेखन व प्रकाशन में निपुण है। कवितान्तर्गत कवि जेल में इसी आन्दोलन के कारण एकाकी तथा उदास है। कोकिल से अपने मन का दुःख, असंतोष और ब्रितानी शासन के प्रति अपने आक्रोश को अभिव्यक्त करते हुए वह कहता है कि यह समय मधुर गीत गाने का नहीं, बल्कि मुक्ति का गीत सुनाने का है। कवि को लगता है कि कोयल भी पूरे देश को एक कारागार के रूप में देखने लगी है। इसीलिए अर्धरात्रि में चीख उठी है।

5 of 10

शब्द सम्पदा

  • बटमार - रास्ते में राहगीर- (यात्रियों) को लूट लेने वाला
  • दावानल - जंगल की आग
  • मोट - पुर, चरसा (चमड़े का डोल कुएँ आदि से पानी निकाला जाता है।)
  • जूआ (जुआ) - बैलों के कंधे पर रखी जाने वाली लकड़ी
  • व्याली - सर्पिणी
  • मोहन - मोहनदास करमचंद गांधी अर्थात् महात्मा गांधी

6 of 10

शिक्षण बिंदु/कविता का उद्देश्य

  1. तत्कालीन भारतीय ब्रिटिश सरकार के कुकृत्यों का पर्दाफाश करना
  2. कैदी की मनोदशा का चित्रांकन
  3. कोकिला की मीठी आवाज अर्धरात्रि में अचानक सुनकर कवि के मन में व्याकुलता का चित्रण।
  4. कल, रात, शासन के कार्य, अंधेरी कोठरी, काली टोपी, कम्बल, लोहे की शृंखला यानी हथकड़ियाँ आदि की समरूपता।

7 of 10

शिल्प-सौंदर्य

शिल्प की तुलना में भाव का अधिक महत्त्व, (यथा - कोकिल की मीठी आवाज, भावना में विद्रोह)

  • परम्परागत छन्दबद्धता एवं तत्सम शब्दों का प्रयोग, यथा - हिमकर,
  • आली, वेदना, मृदुल, दावानल, ज्वालाएँ, विषम, लौह-शृंखला रजनी।
  • अलंकार - अनुप्रास - कल्पना काली,

उपमा - मृदुल वैभव की रखवाली-सी

प्रश्नालंकार - शासन है, या तम का प्रभाव गहरा है?

8 of 10

शिल्प-सौंदर्य

  • बिम्ब:-

दृश्य - जीवन पर अब दिन-रात कड़ा पहरा है।

श्रव्य - कोल्हू का चर्रक चूँ? - जीवन की तान .....

  • भाषाः-

सरल, सरस एवं प्रभावमयी,

उर्दू-फारसी शब्दों का प्रयोग - नसीब, गुनाह आदि।

9 of 10

समभाव काव्य

  • पुष्प की अभिलाषा- माखन लाल चतुर्वेदी
  • घर की याद - भवानी प्रसाद मिश्र,
  • झाँसी की रानी - सुभद्रा कुमारी चौहान।

10 of 10

पुनरावृत्ति

  1. कोयल की कूक सुनकर कवि की क्या प्रतिक्रिया थी?
  2. कविता के आधार पर पराधीन भारत की जेलों में दी जाने वाली यंत्रणाओं का वर्णन कीजिए।
  3. कवि ने कोयल को बावली तथा मृदुल वैभव की रखवाली-सी क्यों कहा है?
  4. कवि से प्रकृति भी क्यों नाराज है?
  5. ‘‘हथकड़ियों का गहना‘‘ तथा ‘‘शासन है या तम का प्रभाव है गहरा‘’ विरोधाभास का आशय स्पष्ट कीजिए।