प्रस्तुति
कैदी और कोकिला
कवि - माखन लाल चतुर्वेदी
कथ्य
शब्द सम्पदा
शिक्षण बिंदु/कविता का उद्देश्य
शिल्प-सौंदर्य
शिल्प की तुलना में भाव का अधिक महत्त्व, (यथा - कोकिल की मीठी आवाज, भावना में विद्रोह)
उपमा - मृदुल वैभव की रखवाली-सी
प्रश्नालंकार - शासन है, या तम का प्रभाव गहरा है?
शिल्प-सौंदर्य
दृश्य - जीवन पर अब दिन-रात कड़ा पहरा है।
श्रव्य - कोल्हू का चर्रक चूँ? - जीवन की तान .....
सरल, सरस एवं प्रभावमयी,
उर्दू-फारसी शब्दों का प्रयोग - नसीब, गुनाह आदि।
समभाव काव्य
पुनरावृत्ति