2 राम -लक्ष्मण -परशुराम संवाद
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संभाग *
1. राम -लक्ष्मण -परशुराम संवाद - किस रचना से लिया गया है? *
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2. रामचरितमानस के रचयिता कौन हैं ? *
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3. यह प्रसंग रामचरितमानस के कौन-से कांड से लिया गया है? *
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4. किसके स्वयंवर का आयोजन किया गया था - *
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5. राम द्वारा किसका धनुष तोड़ा गया- *
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6. शिव धनुष को खंडित देखकर कौन क्रोधित हो उठा - *
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7. परशुराम के क्रोध भरे प्रश्नों का उत्तर लक्ष्मण कैसे देते हैं? *
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8. ऋषि के वचनों को सुनकर व परशुराम  के क्रोध की अवमानना करते हुए किसने कहा कि बचपन में हमने ऐसे बहुत से धनुष तोड़े हैं पर कभी किसी ऋषि ने ऐसा क्रोध नहीं किया - *
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9 ऋषि के वचनों को सुनकर व परशुराम  के क्रोध की अवमानना करते हुए लक्षमण ने मुस्काते हुए  कहा कि बचपन में हमने ऐसे बहुत से धनुष तोड़े हैं पर कभी किसी ऋषि ने ऐसा क्रोध नहीं किया - किन पंक्तियों का अर्थ है - *
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10 बोलै चितै परसु की ओरा। रे सठ सुनेहि सुभाउ न मोरा॥बालकु बोलि बधौं नहि तोही। केवल मुनि जड़ जानहि मोही।।- *
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11 बाल ब्रह्मचारी अति कोही। बिस्वबिदित क्षत्रियकुल द्रोही॥भुजबल भूमि भूप बिनु कीन्ही। बिपुल बार महिदेवन्ह दीन्ही॥-इन पंक्तियों से परशुराम की कौन -सी विशेषताएँ पता चलाती हैं - *
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12 पुनि पुनि मोहि दिखाव कुठारु। चहत उड़ावन फूँकि पहारू॥इहाँ कुम्हड़बतिया कोऊ नाहीं। जे तरजनी देखि मरि जाहीं॥- ये पंक्तियाँ किसने कहीं , इनसे कहने वाले की किन विशेषताओं का पता चलता है ? *
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13 किन पंक्तियों का अर्थ है कि आप मुझे बार -बार फरसा दिखाकर ऐसे डरा रहे हो जैसे फूँक मारकर पहाड़ उड़ा दोगे , यहाँ  आपके सामने कोई कुम्हड़े का छोटा फल नहीं है जो आपकी तर्जनी अँगुली से सड़ जाएगा | हम वीर हैं किसी से डरते नहीं हैं | *
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14. सूर समर करनी करहिं कहि न जनावहिं आपु।विद्यमान रन पाइ रिपु कायर कथहिं प्रतापु॥- वीर और कायर के बारे में क्या कहा गया है? *
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15. गाधिसुनू  कह हृदय हसि मुनिहि हरियरे सूझ।अयमय खाँड़ न ऊखमय अजहूँ न बूझ अबूझ॥ *
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16. लक्ष्मण ने रघुवंश की क्या परम्परा बताई ? *
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17. ' नाथ संभुधनु भंजनिहारा ' में नाथ किसे कहा गया है ? *
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18. परशुराम ने धनुष तोड़ने वाले को अपना सेवक क्यों नहीं माना ? *
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19. भृगुसुत और गाधिसुनू किसे कहा गया है? *
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20. लखन उतर आहुति सरिस भृगुबरकोपु कृसानु।बढ़त देखि जल सम बचन बोले रघुकुलभानु॥ *
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