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ज्ञान गोष्ठी - QUIZ No. 18
विषय : सम्यकज्ञान, प्रश्न : 282 to 296
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१. सम्यक ज्ञान के लिए सबसे प्रथम क्या होता है ?
*
1 point
चैतन्य सामान्यद्रव्य पर द्रष्टि
सात तत्वो के सच्चे स्वरुप को समझना
२. बारह अंग का सार क्या है?
*
1 point
स्वद्रव्य का आश्रय करना, स्वमें लीन होना
परद्रव्य का आश्रय करना, स्वसे विरक्त होना
उपर दिए हुए सभी विकल्प सही है
३. सभी शास्त्र का एकमात्र उद्देश्य क्या है?
*
1 point
शास्त्र ज्ञान से संपूर्ण अभ्यासी होना
आत्मा के स्वसन्मुख होना
उपर दिए हुए सभी विकल्प सही है
४. शास्त्र वांचन के द्वारा आत्मा जान सकते है क्या ?
*
1 point
हाँ
नहीं
५. शास्त्र अभ्यास स्वलक्ष से करना - ऐसा कौनसे शास्त्र में आया है ?
*
1 point
समयसार
प्रवचनसार
६. शास्त्र अभ्यास स्वपर्यायमें सिद्धोकी स्थापना करके करना - ऐसा कौनसे शास्त्र में आया है ?
*
1 point
समयसार
प्रवचनसार
७. आगम अभ्यास करना - यह कल्याण का कारण है, वह कैसा कथन है ?
*
1 point
निश्चय
व्यवहार
८. आत्मा को जान लिया - ऐसा कब कहते है ?
*
1 point
शास्त्र अभ्यास द्वारा मनसे आत्मा को जानना
जब शुद्ध उपादानपूर्वक हुए ज्ञानमें आनंदका वेदन हो तब
ऊपर दिए गए सभी विकल्प सहीं है
९. आत्मामें लीन होनेका मतलब क्या है?
*
1 point
आत्मा को धारणारुप जानना
आत्माका प्रत्यक्ष वेदन करना
१०. अगियार अंग और नो (नव) पूर्व का लब्धिरुप ज्ञान - वह कया है ?
*
1 point
ईन्द्रिय ज्ञान
अतिन्द्रिय ज्ञान
११. आत्मा ईन्द्रिय ज्ञान (शास्त्रअभ्यास, शास्त्र श्रवण) से प्राप्त होता है कया?
*
1 point
हाँ
नहीं
१२. आत्मा को यथार्थ जानना कब कह सकते है?
*
1 point
अनुमान ज्ञानपूर्वक शास्त्र और सर्वज्ञ के कथन अनुसार जानना
स्वानुभव प्रत्यक्ष जानना
१३. श्रुत से हुआ ज्ञान कैसा होता है?
*
1 point
स्वलक्षी
परलक्षी, ऊपाधि, पौदगलिक
१४. किसकी वाणी द्वारा आत्मा को जान सकते है?
*
1 point
वितराग की वाणी के श्रवण से
कुदेवादि के उपदेश से
कोइ भी नहीं, मात्र स्वानुभव से आत्मा को जान सकते है
१५. किसके बिना भव का अंत नहीं है?
*
1 point
पंच महाव्रत का पालन
अखंड आत्मा का ज्ञान
ग्यारह अंग और नो (नव) पूर्व का लब्धिरुप ज्ञान
१६. केवलज्ञान और श्रुतज्ञान - कोई भी अपेक्षा से समान है कया?
*
1 point
सामान्य द्रव्य- शुद्ध आत्मवस्तु का जाननारुप अपेक्षा के समान
विशेष जानने की अपेक्षा के समान
ऊपर दिए गए सभी विकल्प सहीं है
१७. पाप पुण्य के परिणाममें रुके हुए उपयोग को कैसा कहते है?
*
1 point
सूक्ष्म उपयोग
स्थूल उपयोग
१८. आत्मा द्रव्य को कैसे उपयोग में पकड़ा जा सकता है?
*
1 point
सूक्ष्म उपयोग
स्थूल उपयोग
१९. सूक्ष्म उपयोग कैसे होता है?
*
1 point
शास्त्र के गहन अभ्यास द्वारा
आत्मवस्तु की रुचिपूर्वक
२०. रक्षाबंधन की कथा सम्यकत्व के कौनसे अंग का उदाहरण है?
*
1 point
अमूढद्रष्टि
वात्सल्य
स्थितिकरण
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