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लघु प्रश्नोत्तरी : आत्मपरिचय - हरिवंशराय बच्चन
1
द्वारा : सुनीता गुसांई
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* Indicates required question
6 ‘जग–जीवन का भार’ में प्रयुक्त अलंकार है-
*
1 point
(क) उपमा
(ख) अनुप्रास
(ग) रूपक
(घ) उत्प्रेक्षा
15 जग जीवन का भार और जीवन में प्यार लिए फिरना किसकी ओर संकेत करता है ?
1 point
क. कवि की विवशता
ख. कवि का मानना कि चाहे संसार बोझ है फिर भी उसकी पहचान इसी संसार से है अत: अपनी जिम्मेदारियों को निभाना उसका कर्तव्य है
ग. कि वह समाज (जग) का अंग होते हुए भी उससे अलग व्यक्तित्व का स्वामी है।
घ ख और ग दोनों
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13 कवि की मनोदशा कैसी है ?
*
1 point
(क) पागल जैसी
(ख) दीवानों जैसी
(ग) विद्वानों जैसी
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
9 कवि किसकी तलाश में है ?
*
1 point
प्रेम की
एक असंभव आदर्श की (यूटोपिया )
Option 3
8 उन्मादों में अवसाद , रोदन में राग कवि के जीवन की किस स्थिति को अभिव्यक्त करता है
*
1 point
विरोधाभास
जीवन में सामंजस्य
जीवन की पूर्णता
7 'साँसों के दो तार' पंक्ति में कौन - सा अलंकार है?
*
1 point
(क) अनुप्रास
(ख) यमक
(ग) रूपक
(घ) उपमा
5 ‘स्नेह–सुरा’ में प्रयुक्त अलंकार है –
*
1 point
(क) उत्प्रेक्षा
(ख) रूपक
(ग) यमक
(घ) श्लेष
12 मैं और, और जग और, कहाँ का नाता,- काव्य पंक्ति में 'और' शब्द का प्रयोग
*
1 point
यमक अलंकार और योजक के रूप में हुआ है
पुनरुक्ति के रूप में हुआ है
अनुप्रास अलंकार के रूप में हुआ है
3 कवि का संसार से कैसा नाता है ?
*
1 point
प्रेमपूर्ण
खट्टा - मीठा
वैमनस्य पूर्ण
सौहार्द पूर्ण
2 ‘आत्मपरिचय’ शब्द का क्या अर्थ है ?
*
1 point
आत्मा का परिचय
आत्म कथा
स्वयं का परिचय
उपर्युक्त में से कोई नहीं
11 ‘स्वप्नों का संसार लिए फिरता हूँ’ का आशय है –
*
1 point
(क) आदर्श समाज
(ख) काल्पनिक समाज
(ग) व्यवहारिक समाज
(घ) अपूर्ण संसार
1 ‘आत्मपरिचय कविता’ के कवि का नाम क्या है ?
*
1 point
सुमित्रानन्दन पन्त
रामधारी सिंह दिनकर
महादेवी वर्मा
हरिवंशराय बच्चन
10 दाना और नादान क्रमश: प्रतीक हैं
*
1 point
समझदार और मूर्ख लोगों के
मूर्ख और समझदार लोगों के
नादान वहीं होते हैं जहाँ चुगने के लिए दाना होता है
4 कवि अपने जीवन को किसका सामंजस्य समझता है?
*
1 point
विरुद्धों का सामंजस्य
अवसरों का सामंजस्य
सपनों का सामंजस्य
14 कविता में प्रयुक्त छंद है –
*
1 point
(क) दोहा
(ख) सवैया
(ग) कवित्त
(घ) मुक्त छन्द
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