Request edit access
लघु प्रश्नोत्तरी : आत्मपरिचय - हरिवंशराय बच्चन
1
द्वारा : सुनीता गुसांई 
Sign in to Google to save your progress. Learn more
6 ‘जग–जीवन का भार’ में प्रयुक्त अलंकार है- *
1 point
15 जग जीवन का भार और जीवन में प्यार लिए फिरना किसकी ओर संकेत करता है ?
1 point
Clear selection
13 कवि की मनोदशा कैसी है ? *
1 point
9 कवि किसकी तलाश में है ? *
1 point
8 उन्मादों में अवसाद , रोदन में राग कवि के जीवन की किस स्थिति को अभिव्यक्त करता है *
1 point
7 'साँसों  के दो तार' पंक्ति में कौन - सा अलंकार है? *
1 point
5 ‘स्नेह–सुरा’ में प्रयुक्त अलंकार है – *
1 point
12 मैं और, और जग और, कहाँ का नाता,- काव्य पंक्ति में 'और' शब्द का प्रयोग *
1 point
3 कवि का संसार से कैसा नाता है ? *
1 point
2 ‘आत्मपरिचय’ शब्द का क्या अर्थ है ? *
1 point
11 ‘स्वप्नों का संसार लिए फिरता हूँ’ का आशय है – *
1 point
1 ‘आत्मपरिचय कविता’ के कवि का नाम क्या है ? *
1 point
10 दाना और नादान क्रमश: प्रतीक हैं *
1 point
4 कवि अपने जीवन को किसका सामंजस्य समझता है? *
1 point
14 कविता में प्रयुक्त छंद है – *
1 point
Submit
Clear form
This content is neither created nor endorsed by Google. Report Abuse - Terms of Service - Privacy Policy